MP Board class 10 Social Science Solutions 2022 | Social Science Paper Solution

प्री-बोर्ड परीक्षा 2021-22

विषय – सामाजिक विज्ञान

कक्षा- दसवीं

  1. सही विकल्‍प चुनकर लिखिए – (1) निम्‍नलिखित में से ज्‍वारीय ऊर्जा किस प्रकार का संसाधन नहीं हैं – (अ)  पुन: पूर्ति योग्‍य  (ब) मानवकृत (स) अजैव           (द) अच‍क्रीय

Ans- (अ)  पुन: पूर्ति योग्‍य 

(2) पंजाब में भूमि निम्‍नीकरण का मुख्‍य कारण क्‍या है ?

(अ) गहन खेती   (ब) अधिक सिंचाई

(स) वनोन्‍मूलन  (द) अति पशुचारण

Ans- (ब) अधिक सिंचाई

(3) राष्‍ट्रवाद को चित्रों के माध्‍यम से दर्शानेवाला फ्रां‍सीसी कलाकार है –

(अ) इमेनुएल द्वितीय  (ब) हेब्‍स वर्ग

(स) फ्रेड्रिक सारयु  (द) मेटसिनी

Ans – (स) फ्रेड्रिक सारयु 

(4) स्‍वतंत्रता आंदोलन के दौरान वीर सेनानी भगत सिंह ने कौन सा प्रसिद्ध नारा दिया था ।

(अ) दिल्‍ली चलो (ब) करो या मरो (स) स्‍वराज हमारा जन्‍म सिद्ध अधिकार है (द) इन्‍कलाब जिन्‍दाबाद

Ans – (द) इन्‍कलाब जिन्‍दाबाद

(5) इनमें से लोकमत के मार्ग में बाधा है –

(अ) जातिवाद (ब) शिक्षा (स) जागरुकता  (द) स्‍वतंत्रता

Ans- (अ) जातिवाद

(6) घरेलू बाजार में बहुराष्‍ट्रीय कंपनियों का प्रवेश किसके लिए हानिकारक साबित हो सकता है ?

(अ) सभी बड़े पैमाने पर उत्‍पादक   (ब) सभी घरेलू उत्‍पादक

(स) सभी उत्‍पादक    (द) सभी छोटे पैमाने के उत्‍पादक

Ans-(द) सभी छोटे पैमाने के उत्‍पादक

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Science Pre Board Paper Solution 2022

Maths Pre.Board Paper Solution 2022

प्र. 2. रिक्‍त स्‍थानों की पूर्ति कीजिए –

  1. भारत में सघन वन क्षेत्र …… प्रतिशत है । Ans- 9.3
  2. जिला मार्ग की सड़कों का निर्माण व रख-रखाव …. द्वारा किया जाता है । Ans- परिषदों द्वारा
  3. पूर्ण स्‍वतंत्रता का प्रस्‍ताव …… में पारित हुआ था । Ans – 31 दिसम्‍बर 1929
  4. छपाई के लिए कंपोज करने वाला …. कहलाता था । Ans- मुद्रण
  5. भारत की वर्तमान पंचायती राज व्‍यवस्‍था …… संवैधानिक संशोधन पर आधारित है । Ans- 74 वेंं
  6. 2011 की जनगणनानुसार महिला साक्षरता दर ……. प्रतिशत है । Ans- 65.46
  7. आई एस आई …… का सुरक्षा चिन्‍ह है । Ans- औद्योगिक उत्‍पाद

प्र.3.  निम्‍नलिखित की सही जोड़ी बनाइए –

1. स्‍टेपलर (अ) श्रीलंका  
2. फुलर                      (ब) ऊन को छांटने वाला
3. सिंहली समुदाय                      (स) चीन
4. फेडेकोर (FEDECOR)                     (द) अहमदाबाद
5. अलोकतांत्रिक देश                    (ध) बोलीविया
6. सूती वस्‍त्र उद्योग का केन्‍द्र                     (य) चुन्‍नटों से कपड़े समेटने वाला

Ans –

1  (ब) ऊन को छांटने वाला

2 (य) चुन्‍नटों से कपड़े समेटने वाला

3 (अ) श्रीलंका  

4 (स) चीन

5 (ध) बोलीविया

6 द) अहमदाबाद

प्र. 4. निम्‍नलिखित प्रश्‍नों के उत्तर एक शब्‍द या एक वाक्‍य में लिखिए –

  1. मरुस्‍थलीय मृदा का रंग कैसा होता है ? Ans- लाल भूरा
  2. सिंहो का प्राकृतिक आवास स्‍थल कहां है ? Ans- गिर राष्‍ट्रीय उद्यान
  3. जालवेराइन क्‍या था ? Ans- जर्मन शुल्‍क संघ
  4. कॉर्न ला क्‍या था ? Ans-मक्‍के के आयात पर रोक लगाने का कानून
  5. शपथ पत्र से क्‍या आशय है ?

Ans – शपथ पत्र को हलफनामा के नाम से भी जानते हैं ।

जब किसी व्‍यक्ति द्वारा लिखित रूप में अपनी इच्‍छा से ली गयी तथ्‍यात्‍मक घोषणा की जाती है ।

यह घोषणा किसी विधि द्वारा अधिकृत व्‍यक्ति के समक्ष ली जाती है । उदाहरण – नोटरी (अधिवक्‍ता होता है)

6. भारत में सर्वाधिक साक्षर राज्‍य कौन सा है ? Ans- केरल

प्र.5. निम्‍नलिखित प्रश्‍नों के सत्‍य/असत्‍य बताइए –

  1. महासागरी जल अलवणीय होता है । Ans- असत्‍य
  2. मार्टिन लूथर प्रोटेस्‍टेंट धर्म सुधारक थे । Ans- सत्‍य
  3. ईसाई धर्म की शाखाएँ कैथोलिक और प्रोटेस्‍टेंट में विभाजित हैं । Ans- सत्‍य
  4. भारतीय स्‍टेट बैंक करेंसी नोट जारी करता है । Ans- असत्‍य
  5. सेवा क्षेत्र अर्थव्‍यवस्‍था का प्राथमिक क्षेत्र है । Ans- असत्‍य
  6. चाय की झाडि़यों को उगाने के लिए वर्ष भर कोष्‍ण, नम और पाला रहित जलवायु की आवश्‍यकता पड़ती है । Ans- सत्‍य

प्र.6. संसाधनों के अति दोहन से उत्पन्‍न हुई कोई दो समस्‍याएं लिखिए ।

अथवा एजेंडा 21 क्‍या है ?

Ans- एजेंडा-21 – यह  एक घोषणा है जिसे 1992 में ब्राजील के शहर रियो-डी-जेनेरो में संयुक्‍त राष्‍ट्र पर्यावरण और विकास सम्‍मेलन (UNCED) के तत्‍वाधान में राष्‍ट्राध्‍यक्षों द्वारा स्‍वीकृत किया गया था ।

प्र.7. जैव विविधता किसे कहते हैं ?

अथवा आरक्षित वन किसे कहते हैं ?

Ans – देश के आधे से अधिक वन क्षेत्र आरक्षित वन घोषित किए गए हैं । जहाँ तक वन और वन्‍य प्राणियों के संरक्षण की बात है, आरक्षित वनों को सबसे अधिक मूल्‍यवान माना जाता है ।

प्र.8. जूट को सुनहरा रेशा क्‍यों कहा जाता है ?

अथवा रबी एवं खरीफ की फसलों में कोई दो अंतर लिखिए ।

Ans- रबी एवं खरीफ की फसलों में अंतर –

रबी –

  1. यह फसल मानसून ऋतु के बाद शरद ऋतु के साथ शुरू होती है
  2. इसकी मुख्‍य फसले गेहूँ, जौ, चना, सरसों और अलसी, जैसे तेल निकालने के बीज आदि है ।
  3. ये फसलें सितम्‍बर- अक्‍टूबर में काटी जाती हैं ।

खरीफ-

  1. यह ऋतु मानसून के आगमन के साथ ही शुरू होती हैं ।
  2. इसकी प्रमुख फसलें चावल, ज्‍वार, बाजरा, मक्‍का, कपास, पटसन और मूँगफली आदि हैं ।  
  3. ये फसलें मार्च-अप्रैल में काटी जाती है ।

प्र.9. औद्योगिक क्रांति से क्‍या आशय है ?

अथवा जॉबर मजदूरों पर किस तरह नियंत्रण रखने लगे ?

Ans- जॉबर को अलग-अलग इलाकों या क्षेत्रों में सरदार या मिस्‍त्री भी कहा जाता था । उद्योगपति नये मजदूरों की भर्ती के लिये प्राय: एक जॉबर रखते थे । यही जॉबर मजदूरों पर नियंत्रण रखता था क्‍योंकि जॉबर कोई पुराना या विश्‍वस्थ कर्मचारी होता था । विश्‍वस्‍थता एवं अनुभव की वजह से वह मजदूरों पर नियंत्रण रखने में अपनी अहम भूमिका निभाता था ।  

प्र.10. पंचांग किसे कहते हैं ?

अथवा गैली से क्‍या अभिप्राय है ?

Ans – चाँद, सूरज की गति, ज्‍वार-भाटा के समय और लोगों के दैनिक जीवन से जुड़ी कई अहम जानकारियाँ देना वार्षिक पंचांग कहलाता है ।

प्र. 11. एफ्रो अमेरिकी से क्‍या आशय है ?

अथवा अश्‍वेत शक्ति आंदोलन क्‍या था ?

Ans-   अश्‍वेत शक्ति आंदोलन ;यह आन्‍दोलन 1966 में उभरा और 1975 तक चलता रहा । नस्‍लवाद को लेकर इस आन्‍दोलन का रवैया ज्‍यादा उग्र था । इसका यह भी मानना था कि अमरीका से नस्‍लवाद मिटाने के लिए हिंसा का सहारा लेने में भी हर्ज नहीं हैं ।

प्र. 12 तानाशाही सरकार की संक्षिप्‍त व्‍याख्‍या कीजिए ।

अथवा लोकतंत्र की कोई दो विशेषताएँ लिखिए ।

Ans- लोकतंत्र की कोई दो विशेषताएँ –

1. लोकतंत्र वैध शासन मुहैया कराता है ।

2. यह सरकार को सामाजिक विभिन्‍नताओं को अनुकूल बनाने में सहायता देता है।

3. लोकतंत्र सदैव उत्तरदायी और जिम्‍मेदार है ।

प्र.13. मुद्रा को विनिमय के माध्‍यम के रूप में क्‍यों स्‍वीकार किया जाता है ?

अथवा वस्‍तु विनिमय प्रणाली से क्‍या आशय है ?

Ans- वस्‍तु विनिमय – एक वस्‍तु के बदले में दूसरी वस्‍तु प्राप्‍त करना या अदला-बदली करना वस्‍तु विनिमय कहलाता है ।

प्र. 14.  विदेशी व्‍यापार को परिभाषित कीजिए ।

अथवा वैश्‍वीकरण के दो दुष्‍परिणाम लिखिए ।

Ans – वैश्‍वीकरण के दो दुष्‍परिणाम –

1 श्रमिकों के जीवन पर प्रभाव- वैश्‍वीकरण के कारण श्रमिकों के जीवन पर व्‍यापक प्रभाव पडा है । बढ़ती प्रतिस्‍पर्धा के कारण अधिकांश नियोक्‍ता इन दिनों श्रमिकों को रोजगार देने में लचीलापन पसन्‍द करते हैं । इसका आशय है कि श्रमिकों का रोजगार अब सुनिश्चित नहीं है।

2 सभी लोगों को लाभ नहीं – वैश्‍वीकरण का लाभ समाज के सभी वर्गो को नहीं मिला है । शिक्षित, कुशल और सम्‍पन्‍न लोगों ने वैश्‍वीकरण से मिले नये अवसरों का सर्वोत्तम उपयोग किया है ।

3 वैश्‍वीकरण के छोटे उत्‍पादों पर प्रभाव – छोटे उत्‍पादकों पर वैश्‍वीकरण का बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है । विदेशी उत्‍पादित माल से प्रतियोगिता करने में छोटे उद्योग सक्षम नहीं है । इसके फलस्‍वरूप अनेक छोटे उद्योग बंद हो गये हैं । बैटरी, संधारित्र, प्‍लास्टिक, खिलौने, टायर, डेयरी उत्‍पादों एवं खाद्य तेलों के उद्योगों की स्थिति अत्‍यधिक खराब है यहां यह उल्‍लेखनीय है कि भारत में लघु उद्योगों में कृषि के बाद सबसे अधिक लोगों को रोजगार प्राप्‍त है ।

प्र. 15. उपभोक्ता जागरूकता से क्‍या अभिप्राय है ?

अथवा उपभोक्ता शोषण से बचने के दो उपाय लिखिए ।

 Ans- उपभोक्‍ता जागरूकता – उपभोक्‍ता अपनी सीमित आय से अधिकतम संतुष्टि प्राप्‍त कर सके और बाजार में व्‍याप्‍त बुराइयों से अपने आपको शोषण से बचा सके । उपभोक्‍ता जागरूकता  का अभिप्राय उपभोक्‍ता को उन जानकारियों से अवगत कराना है जिससे उनमें वस्‍तुओं को गुण-दोष के आधार पर परखने की क्षमता पैदा हो सके और इसके आधार पर वे उचित समय पर उचित वस्‍तुएं खरीद सके । 

प्र. 16. खनिजों के संरक्षण की आवश्‍यकता क्‍यों होती है ?

अथवा धात्विक और अधात्विक खनिजों में अंतर स्‍पष्‍ट कीजिए ।

Ans-खनिजों का संरक्षण – खनिज प्रकृति की अनुपम देन है । करोड़ो वर्षों में खनिज तैयार होते हैं । उनकी मात्रा सीमित है । मानव विकास के नाम पर प्रकृति का दोहन निर्बाध रूप से कर रहा है । इससे खनिजों की मात्रा में भारी कमी आई है । इसके दुष्‍परिणाम आने वाले समय में देखने को मिल सकते हैं । मूल्‍यवान व उपयोगी खनिजों के दोहन में स्‍पर्धा इतनी बढ़ गई है‍ कि एक राष्‍ट्र दूसरे राष्‍ट्र पर आक्रमण करने से भी नहीं चूकता । खनिज पदार्थों के असंयमित दोहन से प्राकृतिक असन्‍तुलन बिगड़ा है वहीं उसके अत्‍यधिक उपयोग से वातावरण में प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है । इसलिए खनिज पदार्थों को भावी पीढि़यों के उपयोग हेतु संरक्षण की आवश्‍यकता है ।

प्र. 17. औद्योगिक अवस्थिति को प्रभावित करने वाले तीन मानवीय कारक लिखिए ।

अथवा राष्‍ट्रीय अर्थव्‍यवस्‍था में उद्योगों का योगदान लिखिए ।

Ans- राष्‍ट्रीय अर्थव्‍यवस्‍था में उद्योगों का योगदान- औद्योगिक आयोग के अनुसार ईसा से पूर्व भी भारत एक औद्योगिक राष्‍ट्र था । भारत में निर्मित, मलमल, रेशमी-वस्‍त्र, आभूषण आदि विदेशों को निर्यात किए जाते थे, परन्‍तु अठारहवीं शताब्‍दी के मध्‍य में यूरोप में हुई औद्योगिक क्रान्‍ति के फलस्‍वरूप यहाँ के परम्‍परागत कुटीर उद्योग को भारी हानि हुई । इस कारण देश की अर्थव्‍यवस्‍था में उद्योगों का स्‍थान धीरे-धीरे सीमित होता गया और भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था कृषि प्रधान हो गई ।

स्‍वतन्‍त्रता प्राप्‍ति के बाद देश के आर्थिक विकास हेतु औद्यो‍गिक विकास हेतु औद्योगिक विकास की आवश्‍यकता का अनुभव किया गया । सन् 1950 में ‘राष्‍ट्रीय योजना आयोग’ की स्‍थापना हुई । पंचवर्षीय योजनाओं के माध्‍यम से भारत के औद्योगिक विकास हेतु चरणबद्ध उद्देश्‍य निर्धारित किए गए । राष्‍ट्रीय अर्थव्‍यवस्‍था में उद्योगों के विकास से निम्‍नलिखित लाभ प्राप्‍त हुए –

1 उद्योगों के विकास से उत्‍पादन में वृद्धि होती है जिससे प्रति व्‍यक्ति आय में वृद्धि होती है तथा जीवन स्‍तर उन्‍नत होता है ।

2 रोजगार के साधनों में वृद्धि होती है । साथ ही मानव संसाधन भी पुष्‍ट होते हैं ।

3 राष्‍ट्रीय आय में वृद्धि तथा पूँजी का निर्माण होता है ।

4 उद्योगों के विकास से अर्थव्‍यवस्‍था के अन्‍य क्षेत्रों ; जैसे- कृषि, खनिज, परिवहन आदि में प्रगति होती है ।

5 अनुसन्‍धानों को बल मिलता है तथा तकनीक विकसित होती है ।

प्र. 18.  ईस्‍ट इंडिया कंपनी ने भारत में बुनकरों पर निगरान रखने के लिए गुमाश्‍तों को क्‍यों नियुक्‍त किया ?

अथवा सूरत बंदरगाह अठारहवीं सदी के अंत तक हाशिये पर पहुंच गया था । स्‍पष्‍ट कीजिए ।

Ans-ईस्‍ट इंडिया कंपनी ने भारतीय बुनकरों से सूती और रेशमी कपड़े की नियमित आपूर्ति सुनिश्‍चित करने के लिए प्रबंध और नियंत्रण की एक नई व्‍यवस्‍था लागू की ।

कंपनी ने कपड़ा व्‍यापार में सक्रिय व्‍यापारियों और दलालों को खत्‍म करने के तथा बुनकरों पर प्रत्‍यक्ष नियंत्रण स्‍थापित करने की कोशिश की । कंपनी ने बुनकरों पर निगरानी,माल इकट्ठा करने और कपड़ो की गुणवत्ता जाँचने  के लिये  वेतन भोगी कर्मचारी तैयार कर दिए जिन्‍हें ‘गुमाश्‍ता’ कहा जाता था ।

प्र. 19. लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका पर प्रकाश डालिए ।

अथवा लोकतंत्र में राजनीतिक दल महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । इस कथन को तीन बिंदुओं में स्‍पष्‍ट कीजिए ।

Ans- लोकतंत्र में राज‍नीतिक दलों की विभिन्‍न भूमिकाएँ

  1. चुनाव लड़ना- राजनीतिक दल चुनाव लड़ते हैं । अधिकांश लोकतांत्रिक देशों में चुनाव राजनीतिक दलों द्वारा खड़े किए गए उम्‍मीदवारों के बीच लड़ा जाता है । राजनीतिक दल उम्‍मीदवारों का चुनाव कई तरीके से करते हैं। भारत में दल के नेता ही उम्‍मीदवा बनते हैं ।
  2. नीतियाँ व कार्यक्रम जनता के सामने रखना – दल अलग-अलग नीतियों और कार्यक्रमों को मतदाताओं के सामने रखते हैं और मतदाता अपनी पसंद की नीतियाँ और कार्यक्रम चुनते हैं । लोकतंत्र में समान या मिलते-जुलते विचारों को एक साथ लाना होता है ताकि सरकार कि नीतियों को एक दिशा दी जा सके । दल तरह-तरह के विचारों को बुनियादी राय तक समेट लाता है ताकि सरकार की नीतियों को एक दिशा दी जा सके । दल तरह-तरह के विचारों को बुनियादी राय तक समेट लाता है । सरकार प्राय: शासक दल की राय के अनुसार नीतियाँ तय करती है ।
  3. सरकार बनाना – दल ही सरकार बनाते व चलाते हैं । जो दल चुनाव जीतता है वह सरकार बनाता है तथा महत्‍वपूर्ण नीतियों और फैसलों के मामले में निर्णय भी लेता है । पार्टियाँ नेता चुनती है उनको प्रशिक्षित करती हैं फिर उन्‍हें मंत्री बनाती है ताकि वे पार्टी की इच्‍छानुसार शासन चला सके ।

प्र. 20. भारत के सीमाकार मानचित्र में निम्‍नलिखित को दर्शाइए –

अथवा (1) सिंगरौली   (2)  कल्‍पक्‍कम   (3) तारापुर   (4) बैलाडीला

प्र. 21. जलियावाला बाग हत्‍याकांड की घटना का सविस्‍तार वर्ण कीजिए ।

अथवा गांधीजी के अनुसार सत्‍याग्रह के विचार की व्‍याख्‍या कीजिए ।

Ans – जलियाँवाला बाग हत्‍याकांड की घटना –     

10 अप्रैल, 1919 को अमृतसर नगर का शासन सैनिक अधिकारियों के हाथ में सौंप दिया गया । जनरल डायर ने घोषणा कर दी कि किसी भी प्रकार की सभा आदि नगर में न की जाए ।

13 अप्रैल को अमृतसर की जनता ने एक विशाल सभा का आयोजन जलियाँवाला बाग में किया । जब लगभग 10 हजार लोग एकत्रित हो गए तो जनरल डायर ने बिना किसी चेतावनी के जनसभा पर गोलियों की बौछार आरम्‍भ कर दी । बाग में निकलने का केवल एक ही रास्‍ता था जिसे सैनिक गारद ने रोक रखा था । अत: कोई व्‍यक्ति निकलकर भाग नहीं सका । परिणामस्‍वरूप 300 व्‍यक्ति मारे गये और 500 बुरी तरह घायल हुए । पंजाब के इस हत्‍याकाण्‍ड की देश-भर में निन्‍दा हुई और भारतीय जनता ब्रिटिश शासन की और अधिक विरोधी हो गयी ।  

प्र. 22. लोकतंत्र के समक्ष प्रमुख चुनौतियां कौन-कौन सी हैं ?

अथवा राजनीतिक सुधारों के लिए कौन-कौन से कदम उठाए जाने चाहिए ? स्‍पष्‍ट कीजिए ।

Ans- लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियां –

चुनौतियाँ – दुनिया के एक चौथाई हिस्‍से में अभी भी लोकतांत्रिक शासन व्‍यवस्‍था नहीं है । इन इलाकों में लोकतंत्र के लिए बुहुत ही मुश्किल चुनातियाँ है । इन देशों में लोकतांत्रिक सरकार गठित करने के लिए जरूरी बुनियादी आधार बनाने की चुनौती है ।

  1. अधिकांश स्‍थापित लोकतांत्रिक व्‍यवस्‍थाओं के सामने अपने विस्‍तार की चुनौती है । इसमें लोकतांत्रिक शासन के बुनियादी सिद्धांतों को सभी इलाकों, सभी सामाजिक समूहों और विभिन्‍न संस्‍थाओं में लागू करना शामिल है ।
  2. लोकतंत्र को मजबूत करना – हमें लोकतन्‍त्र में सभी लोकतांत्रिक संस्‍थाओं और बरतावों को मजबूत करना होगा । यह काम इस तहर से होना चाहिए कि लोग लोकतंत्र से जुड़ी अपनी उम्मीदों  को पूरा कर सके ।
  3. चुनावों में अधिक खर्चा होना । चुनाव में खड़ा होना सिर्फ अमीरों का काम ही है क्‍योंकि चुनाव में आमव्‍यक्ति अधिकखर्चा नहीं कर सकने के कारण चुनाव में खड़ा नहीं हो सकता । इसका खर्चा कम करना चाहिए और यह खर्चा सरकार को उठाना चाहिए ।

प्र. 23 वस्‍तुओं के मानकीकरण का क्‍या अर्थ है ? विभिन्‍न उत्पादों के मानकीकरण को प्रतीक चिन्‍हों से प्रदर्शित कीजिए ।

अथवा उपभोक्ता जागरुकता के क्‍या आशय है ? इसकी आवश्‍यकता हमें क्‍यों पड़ती है ?

Ans- उपभोक्‍ता जागरूकता से आशय – पूँजीवाद एवं वैश्‍वीकरण के इस युग में प्रत्‍येक उत्‍पादक का प्रमुख उद्देश्‍य अपने लाभ को अधिकतम करना होता है । उत्‍पादक हर संभव तरीके से अपने उत्‍पाद की बिक्री बढ़ाने में लगे हुए हैं । अत: अपने उद्देश्‍य की पूर्ति करते हुए वे उपभोक्‍ताओं के पक्ष को भूल जाते हैं और उनका शोषण करते हैं । उदाहरण के लिए, कम वजन तोलना, अधिक कीमत वसूलना, मिलावटी एवं दोषपूर्ण वस्‍तुएँ बेचना, भ्रमित विज्ञापन देकर उपभोक्‍ताओं को गुमराह करना आदि । इस प्रकार उपभोक्‍ता बाजार में ठगा न जा सके इसके लिए उसे जागरूक बनाना आवश्‍यक है । इस प्रकार उपभोक्‍ता जागरूकता से आशय उपभोक्‍ता का अपने अधिकारों एवं कर्त्तव्‍यों के प्रति जागरूक करने से है ।