Bachpan ki sunhari yaadein | हमारा आपका बचपन | जब हम बच्चे थे
माँ के लिये तो बच्चा कान्हा ही होता है हमारे अपने बचपने की सुनहरी यादाें (Bachpan ki sunhari yaadein) की कुछ बातें – माँ की कोख में पलकर, दूध पीकर बच्चा शनै: शनै: बढ़ना शुरू करता है । हाथ और लात चलाता हुआ, कभी हंसता तो कभी रोता । कभी हंसाता तो कभी रुला तक … Read more